रतलाम – : रतलाम में दो दिन पूर्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर कलेक्टर द्वारा निगम के उद्यान विभाग में पदस्थ एक ऐसे भ्रष्ट अफसर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया जिसने महापौर के उद्यान विभाग में जमकर भ्रष्टाचार किया है . , विचारणीय चर्चा यह भी है की .क्या भ्रष्ट अफसर पर लगे आरोप से निगम आयुक्त अवगत नही है या जिले के सबसे बड़े कार्यालय में बैठने वाले सबसे बड़े साहब भी इस मामले से अवगत नही है ??
जबकि दोनो ही वरिष्ठ इस मामले से अवगत है की जिस भ्रष्ट अफसर को कलेक्टर की ओर स प्रशस्ति पत्र मिला है उसने महापौर पटेल के ही उद्यान विभाग में जमकर भ्रष्टाचार भी किया हैं , किंतु फिर भी अधिकारियों द्वारा भ्रष्ट अफसर को ना ही निलंबित किया जा रहा है ना ही भ्रष्ट अफसर के कार्यों की जांच करवाई जा रही है ….जबकि निगम के भ्रष्ट अफसरों को कलेक्टर द्वारा सम्मनित पत्र देकर सम्मानित करना कही ना कही मामले को दबाने का प्रयास होता नजर आ रहा है ..जबकि दूसरी और निगम के वरिष्ठ और पुराने कर्मकहरियों को बेवजह नौकरी से बाहर करने की कार्यवाही भी भ्रष्ट अफसरों की गई है …
क्या है आखिर पूरा मामला जानिए ??
जैसा की आपको ज्ञात होगा की निगम का उद्यान विभाग नगर के महापौर प्रह्लाद पटेल के पास है और उन्ही के विभाग में पदस्थ अधिकारी अनिल पारा है जिसने द्वारा विभाग ने जमकर भ्रष्टाचार किया गया है … अधिकारी अनिल पारा ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर नियमो को ताक पर रखते हुए अपने ही विभाग में रुपए की हेरा फेरी करके कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति कांड को अंजाम दिया है .. जिसके साक्ष्य प्राप्त होते ही स्वतंत्र कलम न्यूज़ ने यह मामला जनहित में प्रमुखता से उजागर किया था ….जिसमे निगम आयुक्त से लेकर सिटी एसडीएम और कलेक्टर सूर्यवंशी तक को इस मामले से अवगत करवाया था ,
भ्रष्ट अफसरों पर अब तक कार्यवाही न होना ओर मामले की जांच ना करना किसी बड़े राजनीतिक नेता या अफसर का हो सकता है दबाव ?? : –
जैसा की आपको ज्ञात है की रतलाम के शासकीय विभाग भ्रष्टाचार में जमकर लिप्त है जिसको उजगार मीडिया द्वारा किया जा रहा है किंतु फिर भी वरिष्ठ अफसरों द्वारा भ्रष्ट अफसरों पर कार्यवाही न करना ओर भ्रष्ट अफसरों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच ना करना कही ना कही बड़े राजनीतिक नेता या बड़े अफसर का दबाव माना सकता हैं , ( सूत्रो के हवाले से यह भी पता चला है की जब दो माह पूर्व रतलाम के प्रभारी मंत्री और मध्य प्रदेश के राज्य मंत्रीओ पी एस भदौरिया जब सीएम शिवराज के लाडली बहना योजना कार्यक्रम में रतलाम आए थे तब मंत्री जी की सेवा में भी भ्रष्ट अफसर अनिल पारा की तैनाती वहा की गई थी। …..


जबकि इस पूरे मामले में कर्मचारीयों ने अधिकारी पारा पर 5000 रुपए महीना मांगने ओर पोधा रोपण में धांधली की भी जानकारी मीडिया को दी है अब देखा जाता है की जिले के बड़े वरिष्ठ अधिकारी आखिर कब इस मामले पर एक्शन लेते है और भ्रष्ट अफसरों को निलंबित कर पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करते है ……


सम्मान की आड में भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयास , प्रशस्ति पत्र लेते हुआ भ्रष्ट अफसर अनिल पारा …
