रिपोर्ट – एजाज हुसैन
बड़वाह-सनावद/ओंकारेश्वर– दो दिवसीय यात्रा पर ओंकारेश्वर पधारे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से ओंकारेश्वर जिला बनाओ समिति के सदस्यों ने हेलीपेड पर औपचारिक भेंट कर जिला बनाए जाने की मांग को लेकर सांकेतिक रूप से पत्र सौपा एवं इस पर गंभीरता से विचार का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री की आगवानी के लिए आए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि,सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल,मांधाता विधायक श्री नारायण पटेल,बड़वाह विधायक श्री सचिन बिरला,खंडवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ,समिति के दिनेश शर्मा,जितेंद्र सुराना, जाकिर हुसैन अमि, प्रणव व्यास,सहित जिले के पदाधिकारी मौजूद थे।।मुख्यमंत्री ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सौर वाटर सिस्टम एवं आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के कार्यों का जायज़ा लेंगे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पत्र लेते हुए कहा अन्य तहसीलों को भी जिला बनाने की मांग है,साथ ही ओंकारेश्वर के सर्वोत्तम विकास की रूपरेखा बनी हुई है,बड़े बजट के साथ डेवलपमेंट कार्य होंगे एवं इसे महाकाल लोक की तर्ज पर भव्य तीर्थ बनाया जायेगा।
समिति सदस्यों ने इस पर कहा उन तहसीलों को इसमें समाहित कर ओंकारेश्वर के नाम से जिले की घोषणा की जानी चाहिए। समिति समन्वयक जाकिर हुसैन अमि,प्रदीप सेठिया,सुबोध आरस,जितेंद्र सेन,मुजफ्फर हुसैन अगवान ने बताया कि पत्र में आवश्यक बिंदुओं का सिमित उल्लेख करते हुए अनुरोध किया गया है की उपरोक्त संदर्भ में लंबे समय से क्षेत्र वासियों की मांग प्रबल रूप से चली आ रही है। ये क्षेत्र काफी बड़ा है एवं दो जिला मुख्यालयों में बंटा है एवं विसंगतिपूर्ण है।और खंडवा-खरगोन जिला मुख्यालयों से 80 से 100 किमी दूर भी है।वर्तमान में ओंकारेश्वर तीर्थस्थल भारत के पटल पर अति- विकसित होने वाले ज्योतिर्लिंग के रूप में अंकित है।आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के साथ साथ उज्जैन ओंकारेश्वर कारीडोर की रूपरेखा,दिल्ली से है
दराबाद ब्रॉडगेज एवं इंदौर-इच्छापुर फोरलेन निर्माण के साथ सम्पूर्ण भारत से कनेक्टिविटी में अपनी एक अलग पहचान दर्शाएगा।छोटे नए जिले बनाए जाने की शासन की भावना,प्राथमिकता, प्रतिबद्धता,एवं सक्रियता के अनेक उदाहरण भी मौजूद हैं।क्षेत्र के लाखों लोगों की धार्मिक आस्था,जन भावना एवं जनसुविधा के अनुरूप सनावद-बड़वाह, महेश्वर,पुनासा,मांधाता तहसीलों को मिलाकर ओंकारेश्वर के नाम से शीघ्र जिला घोषित करने का क्षेत्र के नागरिकों की और से निवेदन है।*बारह ज्योतिर्लिंग में से केवल ओंकारेश्वर को ही जिले का दर्जा नहीं मिला है *भारत के प्रमुख तीर्थ क्षेत्र ओंकारेश्वर को जिला बनाने की मांग संपूर्ण निमाड़ क्षेत्र में जोरों पर है।ओंकारेश्वर को जिला घोषित कर बड़वाह-सनावद के आसपास मौजूद शासकीय भूमि पर जिला मुख्यालय के विभिन्न कार्यालयों की स्थापना की जा सकती है। क्योंकि बड़वाह व सनावद के आसपास काफी शासकीय भूमि उपलब्ध है।वर्ष 2020 में ही समस्त साधु-संतो एवं संस्थाओं की सहमति एवं समर्थन पत्रों के साथ इस मांग को आपके समक्ष रखा जा चुका है। एवं बड़वाह सनावद ओंकारेश्वर, महेश्वर,पुनासा क्षेत्र को जोड़कर जिला बनाने की मांग वर्ष 2008 से जारी है।वर्तमान में भी क्षेत्र की प्रमुख सामाजिक संस्थाओं से भी इस हेतु समर्थन पत्र प्राप्त हो रहे हैं एवं सनावद-बड़वाह ओंकारेश्वर सहित आसपास के क्षेत्र में नागरीकगण उत्साह पूर्वक इस मांग एवं मुहिम को अपना समर्थन दे रहे हैं।
क्षेत्रवासियों की मांग स्वीकार कर ओंकारेश्वर को जिला बनाने की घोषणा की जाए। ओंकारेश्वर के नाम से जिला बनने पर क्षेत्र में तीर्थ और पर्यटन के क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी। सरकार ने पहले ही ओंकारेश्वर से उज्जैन तक कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया है। ओंकारेश्वर को जिला बनाए जाने के बाद निमाड़ क्षेत्र के विकास की नई इबारत लिखी जा सकेगी। ज्ञातव्य है कि बड़वाह क्षेत्र की जनता विगत 40 वर्षों से जिला बनाने की मांग कर रही है। यह मांग पिछले कुछ समय से पुरजोर आवाज के साथ सभी सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से जोर-शोर से उठाई जा रही है। गुजरात के पंचमहल का उदाहरण है कि पंचमहल के नाम से जिला बनाया गया, किंतु उसका मुख्यालय दाहोद रखा गया है। ऐसा ही कुछ ओंकारेश्वर को जिले का नाम देते हुए बड़वाह-सनावद और आसपास के क्षेत्र में जिला कार्यालय को संचालित करने की पहल की जा सकती है। ऐसा किए जाने से नर्मदा के उत्तर व दक्षिण तट पर यह जिला पूरे भारत में अपने विकास के नए स्वरूप को प्राप्त हो सकेगा।
इसके अलावा पुनासा, ओंकारेश्वर और महेश्वर के बांधों के नियंत्रण की कमान एक ही जिला मुख्यालय के तहत आ जाएगी। इससे किसी भी आपदा से निपटने में आसानी रहेगी।ओंकारेश्वर के नाम से जिला बनने से आम जन की परेशानियों का निराकरण होकर एक सर्व गुण सम्पन्न धार्मिक जिला देश के मानचित्र पर अपनी पहचान बनाएगा।इस सांकेतिक मांग पत्र के साथ-साथ जिला बनाओ समिति के शिष्ट मंडल ने क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत जानकारी सहित सप्ताह भर में भोपाल में मिलने हेतु समय एवं अनुमति प्रदान करने का भी पत्र में उल्लेख किया है।खंडवा से ओंकारेश्वर जैसे महत्वपूर्ण अंग को पृथक न होने देने की खामोश खींचतान भी है।एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के लिए अपना मत प्रकट करने की समस्या भी। जिले की मांग में शामिल चारों तहसील के नागरिकों में इस मांग के पक्ष में माहौल बनाकर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।समिति स्तर पर इस हेतु प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।एवं जनता की आवाज़ ही अंतिम निर्णायक साबित होगी।
