रतलाम – रतलाम का नगर निगम कार्यालय दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार की भेट चढ़ता जा रहा है नगर निगम का प्रकाश विभाग हो या उद्यान हो या अन्य विभाग हो सभी विभाग भ्रष्टाचार की भेट चढ़ते जा रहे है , शासन द्वारा वर्ष 2016 में नियुक्तियां पर पाबंदी लगा चुके है किंतु रतलाम के नगर निगम कार्यालय में रूपयो की हेरा फेरी करके भ्रष्ट अधिकारीयों द्वारा नियुक्ति करवाई जा रही हैं जिसकी जानकारी जिले के बड़े साहब तक भी है किंतु कार्यवाही के लिए कोई भी रुचि नहीं ले रहा है ,
कुछ दिन पूर्व ही उद्यान विभाग की फर्जी नियुक्ति का खोला गया है राज – :
आपकों ज्ञात होगा की कुछ दिन पूर्व ही उद्यान विभाग में रूपयो की हेरा फेरी के दम पर विभाग के ही जाल साज अधिकारी अनिल पारा और उनके सहयोगी मनीष नायक द्वारा कुछ व्यक्तियों को निगम में नियुक्ति के लिए रूपयो की हेरा फेरी की चर्चा की गई थी जिसके साक्ष्य प्राप्त होते ही इस उक्त मामले को स्वतंत्र कलम न्यूज द्वारा प्रमुखता से उठाया है , इस उक्त मामले को कलेक्टर को अवगत करवाया गया था ।
कलेक्टर और एसडीएम है मामले से अवगत किंतु नही हुई अब तक कोई कार्यवाही , उच्च न्यायालय अभिभाषक सोनी ने मांगी निगम से नियुक्ति की जानकारी :
आपकों बता दे की फर्जी नियुक्ति के इस मामले से कलेक्टर को स्वयं अवगत करवाया गया है किंतु अब तक कोई कार्यवाही दिखती नजर नही आ रही है इसलिए मामले को संज्ञान में लेते हुए हाई कोर्ट एडवोकेट विकास सोनी ने नगर निगम के लोक सूचना अधिकारी के समक्ष सूचना का अधिकार की धारा 6 के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सम्बन्धित विभाग से जानकारी चाही गई है ।
यह है सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत चाही गई जानकारियां
शासन द्वारा वर्ष 2016 से के बाद से नई नियुक्ति का कारण शासन द्वारा प्रतिबंध लगाया है तो उद्यान विभाग में नियुक्तियां कैसे हो रही है , निगम द्वारा नियुक्ति के लिए क्या प्रकिया है वर्ष 2016 के बाद से कितने कर्मचारी की नियुक्तियां हुई है , ओर कितने पुराने कर्मचारी को हटाया गया है , किन किन अधिकारी के हस्ताक्षर से नियुक्ती हुई है और हटाया गया है , ओर हाजरी रजिस्टर की प्रमाणित लिपि नियुक्ति का आदेश ।
