रतलाम – शहरी क्षेत्रों के आलावा सबसे ज्यादा दुखी और चिंतित ग्रामीण अंचल के परिवार रहते है क्योंकि वह चाहते है की उनके पुत्र और पुत्री का विवाह बड़े ही धूमधाम से किया जाए किंतु इस समय बड़ती मंहगाई और बड़ते खर्चे से हर कोई घबरा जाता है , ओर अपने माथे पर एक बोझ ले उठता है की उनके पुत्र और पुत्री का विवाह होगा कैसे ??
कुछ ऐसा ही मिलता जुलता मामला रतलाम जिले की बाजना तहसील का है . उसी तहसील में तलाईखेड़ा नामक एक गांव है जहा भूरा जी करके एक आदिवासी व्यक्ति दो बीघा जमीन का मालिक है किंतु उसके बाद भी वह अपनी बेटी गंगा के विवाह को लेकर काफी चिंतित रहता था क्योंकि भुरा जी की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी । जब भुरा जी को अपनी तहसील में होने वाले सीएम कन्या विवाह योजना अंतर्गत विवाह के बारे में तो भुरा जी ने तुरंत अपनी बेटी का विवाह का फार्म भरवाया भूरा जी अब अपनी बिटिया गंगा का विवाह खुशी के साथ संपन्न हो जाने से अत्यंत खुश हैं ,


जिले के बाजना में गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजन संपन्न हुआ। प्राप्त जानकारी अनुसार शासन की इस योजना से 250 कन्याओं का विवाह खुशी के साथ संपन्न हुआ और । सभी के माता-पिताओं के चेहरों पर खुशी की लहर छा गई गुरुवार को योजना के तहत गंगा का विवाह साआनंद संपन्न हुआ। लाडली बिटिया को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना के तहत 55हजार रूपए की सहायता प्रदान की गई जिसमें 38 हजार रूपए की सामग्री मिली और बाकी राशि का चेक वधू के नाम प्रदान किया गया। अपनी बेटी के हाथ पीले हो जाने और खुशी-खुशी विवाह संपन्न हो जाने से खुश भूराजी ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ह्रदय से धन्यवाद दिया है
