रतलाम : –
ज़िले के रावटी तहसील में आज एक अनोखे अंदाज में शव यात्रा देखने को मिली है यह शव यात्रा किसी मृत मनुष्य की नही बल्कि गो माता की है , गौरतलब है की हिंदू या मुस्लिम समाज का कोई व्यक्ति मृत हो जाता है तो उसकी शव यात्रा को बैंड बाजे और ढोल की थाप पर शव यात्रा निकाल कर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाता है अब की बात की जाए तो श ह री दुनिया को छोड़ ग्रामीण क्षैत्र में ग्रामीण रहवासी अब प्राचीन काल की पद्धति अपनाने लगे है।
आज बात की जाए रतलाम से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित रावटी तहसील की तो वह के ग्रामीण श्रेणिक कुमार चतर को बरसो से एक गाय से बहुत ही हदय लगाव था , उक्त ग्रामीण ने मृत गाय को बड़े ही हर्ष से पाला था ग्रामीण का ख्याल था की जब गो मात की मृत्यु होगी तब वह बड़े ही उमंग और उत्साह से उनका अंतिम संस्कार करेगा ठीक उसी प्रकार आज रावटी में ग्रामीणों द्वारा उक्त मृत गाय का बड़े ही हर्ष उल्लास से और ढोल बाजे की धुन पर शव यात्रा को निकाला गया
अब बनेगा समाधि स्थल –ग्रामीण द्वारा मृत गाय को दफनाने के बाद जिस जगह दफन किया गया है उस स्थल को समाधि स्थल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा , ओर बनाया जायेगा मंदिर ।

