रिपोर्ट:– तुषार शर्मा , रवि जायसवाल
रतलाम : – श ह र का नियंत्रण सिस्टम अब जनता क्या निगम से लेकर कलेक्टर और पुलिस के बड़े बड़े साहब लोगो के बस से बहार होने की कगार पर है , क्युकी अपराध हो या श ह र में होने वाली छोटी मोटी घटना का अंदेशा जिला और पुलिस प्रशासन को नही रहता है जब कोई घटना वारदात होती है तब ही जिम्मेदार कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन का खेल खेल कर चले जाते है और आश्वासन की फाइल जब किन्ही संघठन के विरोध प्रदर्शन पर खुलती है तब ही जिम्मेदार दुम दबाकर भाग निकलते है गौरतलब है की जब मीडिया द्वारा जब जिम्मेदार को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए आकर्षित किया जाता हैं तो ही उनकी नींद खुलती नजर आती है बल्कि यह जिम्मेदार तो अपनी जिम्मेदारी खुद ही करने के लिए सक्षम होते है आज बात की जाए तो श ह र की तो पशु अब दर दर चारा खाने के लिए भटक रहे है अपितु न ही इस मामले को किसी ने सही से संज्ञान लिया है बात की जाए निगम के बड़े बड़े साहब लोगो की तो वह भी मूर्कदर्शक बने हुए है क्युकी अब निगम के बड़े बड़े साहब लोगो को श ह र में किसी संघठन के विरोध प्रदर्शन का इंतजार जो लगा हुआ है , नगर का हर चौराहा है जहा पर पशु लावारिश हालात में न घुम रहे हो क्युकी उन्हें न खाने को चारा पानी मिल पा रहा है ना ही अपने मालिक का प्यार दुलार l
ऐसे ही घूमते रहे पशु तो यातायात व्यवस्था पर होगा असर
पशु मलिक छोड़ देते है लावारिश
जब पशु का कार्य हो जाता है तो पशु मलिक अपने पशुओं को लावारिश हालात ने बाज़ार की ओर घुमने के लिए छोड़ देते है


जानिए क्या कहना है निगम के जिम्मेदार और निगम आयुक्त का : –जब इस मामले को संज्ञान में लाने के लिए निगम आयुक्त से चर्चा करने के लिए कॉल लगाया तो उन्होने रिसिव नही किया ।




