रतलाम – रतलाम की गर्म राजनीतिक माहौल से अच्छे अच्छे जिला अधिकारी के छक्के छूटा देती , चाहे वह जिले के कितने भी दबंग कलेक्टर हो या एसपी हो , क्योंकि रतलाम के भरे बाजार में कोई ईमानदार और दबंग आईएएस और आईपीएस अधिकारी अपनी सख्त कार्रवाई करे तो उसे ज्यादा समय रतलाम के भरे बाजारों में अपनी मर्जी का मालिक बनने नही दिया जाता है , शुरू से ही रतलाम के भरे बाजारों में कब्जा करते आए कब्जधारियों पर कोई भी आईएएस और आईपीएस अधिकारी जनता के हित में कार्यवाही करने आता है तो उसे आज कल की राजनीति करने वाले नेताजी आड़े आ जाते है और अपनी नाम और पहचान बताने लगते है पर क्या करे साहब अपनी रतलाम की राजनीति है ही प्रदेश में हठ के आज कल की राजनीति करने वाले नेताजी भी कहा कम है वह भी तो हठीले जो ठहरे और सत्ता पक्ष के बड़े बड़े और नाम चिन नेताजी से सख्त अधिकारी को रतलाम से रवानगी का रास्ता दिखाने की चेतावनी दे देते है अब नाम चिन नेताजी भी क्या करे सबकी बात तो रखनी पड़े और वह सख़्त कार्यवाही वाले अधिकारी को आखिरकार रवानगी का रास्ता दिखा ही देते है। ऐसे ही थे गुना जिले से आए हुए सख़्त मिजाज वाले कलेक्टर कुमार जो भरे कोरोना काल में रतलाम आए थे , उन्होने काफी हद तक कोराेना महामारी को नियंत्रित कर लाखो लोगो का दिल जीत लिया था , किंतु रतलाम की राजनीति ने उन्हें भी नही टिकने दिया और आए और फिर एंट्री हुई दबंग आईएएस अधिकारी कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी की जो पूर्व कलेक्टर कुमार की रह पर आगे निकल पड़े और अपनी सख्त कार्य प्रणाली अब रतलाम में दिखाने लगे है जिनकी सराहना जनता ही नही अपितु मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज तक भी कर चुके है जो काबिले तारीफ है हम बात करते है रतलाम जिले के दबंग आईएएस अधिकारी नरेंद्र सूर्यवंशी की जो इस वक्त जिले साहित मध्य प्रदेश में छा गए है क्योंकि रतलाम के कलेक्टर साहब जरूरत मंद को अपना साथ और भूमाफिया को कानून के लंबे हाथ दिखा देते है
कलेक्टर सूर्यवंशी ने कोंग्रेस विधायक पर करवाया है लुट का मामला दर्ज जिससे खफा हे कांग्रेस –:
जिले के आलोट में कुछ माह पहले हुए लूट कांड में कलेक्टर सूर्यवंशी ने कांग्रेस के विधायक मनोज चावला पर एफआईआर दर्ज करवा दी थी क्योंकि उन पर आरोप था की खाद गोदान का शटर उठवाकर किसानो को खाद लुटवाने के लिए उकसाया था , जिस पर कांग्रेस विधायकों का झुंड कलेक्टर सूर्यवंशी को आड़े हाथ लेते हुए अपनी सरकार बनने ओर विधानसभा में घेर लेना की धमकी तक दे डाली थी पर हमारे कलेक्टर साहब भी अपनी कार्य प्रणाली पर जो ठहरे वह भी चिन्ता मुक्त होते हुए जो होगा देखा जायेगा की कवायद पर चलने लगे , किंतु अब अनुमान यह लगाया जाता है की कलेक्टर साहब ने कांग्रेस से दुश्मनी तो मोल ले ली पर अब वह कलेक्टर सूर्यवंशी को अपनी सरकार बनते ही सबसे पहले जिले से बाहर का रास्ता दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
सैकडो कलेक्टरों में पहली बार ऐसे आईएएस कलैक्टर जो जनता के लिए अपने ही विभाग की दीवार को उखाड़ कर फेक वा देते है – :
आप लोगो को ज्ञात हो की रतलाम के सायर चबूतरा स्थित स्कूली शिक्षा विभाग का वर्षों से कब्जा रहा है , जिससे आवागमन करने वाले राहगीरों के रास्ता एक कठिन मार्ग के रुप में बदल गया था सख़्त मिजाज वाले कलेक्टर साहब यह सब देख आग बबूले हुए और अपनी ही शिक्षा विभाग की दीवारों को ध्वस्त कर दिया और जनता के लिए आने जाने के लिए रास्ते को आसान राह में तब्दील कर दिया । दो दिन पुर्व ही भूमाफिया अज्जू को दिखाया अपने आईएएस होने का दम – हर मंगलवार की तरह इस मंगलवार को भी कलेक्टर साहब जनता की सुनवाई में दरबार लगा कर बेठे थे तभी नगर के पीड़ित राजा साहब के पास भूमाफिया की शिकायत लेकर आए तभी अचानक राजा साहब अपनी सेना लेकर भूमाफिया के पास जा पहुंचे और उसे अपने आईएएस होने का दम दिखा ही दिया।
क्या अब कलेक्टर सूर्यवंशी का जलवा रहेगा सूर्यवंशम की तरह बरकरार ?? सख्त मिजाज वाले कलेक्टर साहब की कार्य प्रणाली जनता से लेकर प्रदेश के मुखिया तक को भा गई है सूर्यवंशी की कार्य प्रणाली फिल्म सूर्यवंशम में ठाकुर भानु प्रताप की तर्ज पर है क्योंकि ठाकुर भानु प्रताप भी जरुरत मंद को अपना साथ और गलत कार्य करने वाले को कानून का हाथ दिखा ने में बिल्कुल भी देर नहीं किया करते थे , रतलाम के कलेक्टर भी अब जरूरत के वक्त अपना साथ और अपराधियों को कानून का हाथ बता रहे है कलेक्टर सूर्यवंशी पूर्व में निवाड़ी जिले ओर बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन ने भी अपनी सेवा प्रदान कर चुके है
